इंदौर -यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में इंदोरे आये (एआई सी टी इ ) के चेयरमेन प्रो। एडी सहस्त्रबुद्धे ने कॉलेजों में खली पड़ी सीटों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है | जिन कॉलेजों में ३० फीसदी भी एडमिशन नहीं हो रहे है ऐसे कॉलेज अगले सत्र से बंद हो सकते है शुक्रवार को वे देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के आईईटी और स्कूल ऑफ कम्प्यूटर साइंस विभाग के कार्यक्रम में शामिल होने इंदौर आए थे। उन्होंने इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट संस्थानों पर शिकंजा कसने के संकेत देते हुए बड़ी संख्या में ग्रेजुएट्स तैयार करने के बजाय अच्छे प्रोफेशनल्स तैयार करने की नसीहत दी।
दो से तीन गुना सीटें अलॉट कराईप्रो. सहस्रबुद्धे ने कहा कि जिन कॉलेजों में एक ब्रांच में 60 या 120 सीटों की जरूरत थी, उन्होंने दो से तीन गुना सीटें मंजूर करवा ली। बारहवीं में पढऩे वाले मैथ्स-साइंस के छात्रों से ज्यादा इंजीनियरिंग सीटें हैं। ऐसे में अच्छे कॉलेजों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
सुनिश्चित करेंगे गुणवत्ताएआईसीटीई सिर्फ कॉलेज या सीटों की संख्या।
कम करने पर ध्यान नहीं दे रही है। नए संस्थान शुरू होते हैं तो उन्हें शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना होगी। अच्छे कॉलेजों में फैकल्टी की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे फैकल्टी होना चाहिए जो मोटिवेट कर सकें।
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