हितेश जैन पोहरी बैराड़। जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र के ग्राम नयागांव में चार आरोपियों ने घर में सो रही एक 58 वर्षीय महिला को कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। आरोपी मृतिका के हिस्ट्रीशीटर पुत्र को मारने आए थे, लेकिन वह नहीं मिला तो आरोपियों ने महिला को अपने निशाने पर ले लिया। बताया गया है कि मृतिका का पुत्र औैर आरोपियों की बहिन के बीच पूर्व में अवैध संबंध थे।
जिससे प्रेमिका के परिजन नाराज थे और मृतिका के पुत्र को मौत के घाट उतारना चाहते थे। पुलिस नेे इस मामले में तीन नामजद गोविन्द, अजब सिंह, इंदू रावत और एक अन्य के खिलाफ धारा 302, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मृतिका सुशीला पत्नि बाबूलाल राठौर उम्र 58 वर्र्ष रात्रि में घर के आंगन में खटिया पर सो रही थी और उसके दो पुत्र छत पर सो रहे थे। तभी रात्रि करीब 3:15 बजे के लगभग चार लोग घर में घुस आए जिन्होंने कुल्हाड़ी से सुशीला पर हमला बोल दिया। आरोपियों ने महिला को निर्र्ममता पूर्र्वक एक दर्जन के लगभग प्रहार किए। जिससे उसके शरीर चोटिल हो गया और उसकी मौके पर मौत ही गई। घटना के बाद मृतिका के पुत्र ने आरोपियों को पहचान लिया जो उसकी प्रेमिका के परिवार के लोग थे। इस मामले में फरियादी बने वकील रावत ने थाने में आरोपी अजब सिंह रावत और उसके दो पुत्र गोविन्द व इंदू रावत सहित एक अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज करा दिया है।मृतिका के पुत्र पर प्रेमिका ने दर्ज कराया था बलात्कार का मामला
वर्ष 2010 में मृतिका सुशीला बार्ई का पुत्र वकील रावत ने के संबंध मानपुर की रहने वाली एक महिला से बन गए थे। जहां महिला ने अपने प्रेमी के हाथों पति की हत्या करवा दी थी। उस समय वकील हत्या के मामले में नामजद था। जिसे जेल पहुंचा दिया गया था। जो जमानत मिलने के बाद अपनी प्रेमिका के पास पहुंचा और दोनों इदौर जाकर रहने लगे। जहां 6 माह तक वह इंदौर रहा इसी दौरान दोनों के बीच संबंधों में खटास आ गई और उसकी प्रेमिका ने उस पर 376 का मामला दर्ज करा दिया। जिसमें वकील को 14 माह की जेल हो गई थी और बीते आठ जून को मृतिका सुशीला ने अपने पुत्र वकील की जमानत करार्ई थी। यह जानकारी आरोपियों को लगी तो वह वकील की हत्या करने के लिए रात्रि में उसके घर पहुंच गए जहां वकील नहीं मिला तो आरोपियों ने उसकी माँ की हत्या कर दी। प्रेमिका का दूसरा पति भी बना हत्या के मामले में आरोपी
सुशीला को कुल्हाड़ी काट कर मौत के घाट उतारने के मामले में मृतिका के पुत्र वकील रावत ने उसकी प्रेमिका के भाई गोविन्द और इंदू सहित उनके पिता अजब सिंह व प्रेमिका के दूसरे पति को हत्या का आरोपी बताया। वकील उसका नाम नहीं बता पाया जिस पर पुलिस ने एक अन्य को आरोपी बनाया है। यह पूरा मामला हांलाकि गले नहीं उतर रहा है क्योंकि इस मामले में अगर आरोपी युवक को मारने आए थे। तो उन्होंने उसकी मां को क्यों ? मारा। इस मामले में एक यह पहलू भी निकलकर सामने आया है कि मृतिका ने कल बैराड़ पुुलिस को एक आवेदन भी दिया था। जिसमें उसने आरोपीयों पर अपने पुत्र की हत्या का संदेह जताते हुए उसकी रक्षा करने की मांग की थी। चूंकि मृतिका का पुत्र हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस इस पूरे मामले में बारीकी से जांच में जुटी हुई है।
जिससे प्रेमिका के परिजन नाराज थे और मृतिका के पुत्र को मौत के घाट उतारना चाहते थे। पुलिस नेे इस मामले में तीन नामजद गोविन्द, अजब सिंह, इंदू रावत और एक अन्य के खिलाफ धारा 302, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मृतिका सुशीला पत्नि बाबूलाल राठौर उम्र 58 वर्र्ष रात्रि में घर के आंगन में खटिया पर सो रही थी और उसके दो पुत्र छत पर सो रहे थे। तभी रात्रि करीब 3:15 बजे के लगभग चार लोग घर में घुस आए जिन्होंने कुल्हाड़ी से सुशीला पर हमला बोल दिया। आरोपियों ने महिला को निर्र्ममता पूर्र्वक एक दर्जन के लगभग प्रहार किए। जिससे उसके शरीर चोटिल हो गया और उसकी मौके पर मौत ही गई। घटना के बाद मृतिका के पुत्र ने आरोपियों को पहचान लिया जो उसकी प्रेमिका के परिवार के लोग थे। इस मामले में फरियादी बने वकील रावत ने थाने में आरोपी अजब सिंह रावत और उसके दो पुत्र गोविन्द व इंदू रावत सहित एक अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज करा दिया है।मृतिका के पुत्र पर प्रेमिका ने दर्ज कराया था बलात्कार का मामला
वर्ष 2010 में मृतिका सुशीला बार्ई का पुत्र वकील रावत ने के संबंध मानपुर की रहने वाली एक महिला से बन गए थे। जहां महिला ने अपने प्रेमी के हाथों पति की हत्या करवा दी थी। उस समय वकील हत्या के मामले में नामजद था। जिसे जेल पहुंचा दिया गया था। जो जमानत मिलने के बाद अपनी प्रेमिका के पास पहुंचा और दोनों इदौर जाकर रहने लगे। जहां 6 माह तक वह इंदौर रहा इसी दौरान दोनों के बीच संबंधों में खटास आ गई और उसकी प्रेमिका ने उस पर 376 का मामला दर्ज करा दिया। जिसमें वकील को 14 माह की जेल हो गई थी और बीते आठ जून को मृतिका सुशीला ने अपने पुत्र वकील की जमानत करार्ई थी। यह जानकारी आरोपियों को लगी तो वह वकील की हत्या करने के लिए रात्रि में उसके घर पहुंच गए जहां वकील नहीं मिला तो आरोपियों ने उसकी माँ की हत्या कर दी। प्रेमिका का दूसरा पति भी बना हत्या के मामले में आरोपी
सुशीला को कुल्हाड़ी काट कर मौत के घाट उतारने के मामले में मृतिका के पुत्र वकील रावत ने उसकी प्रेमिका के भाई गोविन्द और इंदू सहित उनके पिता अजब सिंह व प्रेमिका के दूसरे पति को हत्या का आरोपी बताया। वकील उसका नाम नहीं बता पाया जिस पर पुलिस ने एक अन्य को आरोपी बनाया है। यह पूरा मामला हांलाकि गले नहीं उतर रहा है क्योंकि इस मामले में अगर आरोपी युवक को मारने आए थे। तो उन्होंने उसकी मां को क्यों ? मारा। इस मामले में एक यह पहलू भी निकलकर सामने आया है कि मृतिका ने कल बैराड़ पुुलिस को एक आवेदन भी दिया था। जिसमें उसने आरोपीयों पर अपने पुत्र की हत्या का संदेह जताते हुए उसकी रक्षा करने की मांग की थी। चूंकि मृतिका का पुत्र हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस इस पूरे मामले में बारीकी से जांच में जुटी हुई है।
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