मुकेरिया गांव में रमेश पाल का पांच साल का पुत्र संजय बरामदे में सोया हुआ था. उसके शव को देखते ही मां-बाप पछाड़ खाकर रोने लगे. तेंदुए के हमले से नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा दिया.
जिससे काफी देर तक आवागमन भी प्रभावित रहा वन विभाग की ओर से मृत बालक के परिजनों को दस हजार की तात्कालिक सहायता दी गई है. तेंदुए की तलाश में टीम गठित कर काम्बिंग शुरू कर दी गई है. फिलहाल अभी तक उस आदमखोर तेंदुए का कुछ पता नहीं चल सका है.
रेंजर रुस्तम परवेज ने बताया कि मृत बालक के परिवार को 10 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता दी है. तेंदुए को पकड़ने के लिए टीम बुलाई जा रही है.
कुछ माह पूर्व इसी इलाके के आजाद नगर में भी एक बालिका को तेंदुए ने निवाला बनाया था. तब भी घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया था और लोगों ने यातायात ठप्प कर दिया था.