विष्णु शर्मा । ग्वालियर। आरजेएन अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल्स ग्वालियर में संभाग का प्रथम बोनमैरो स्टेम सैल ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया गया, संभाग में अभी तक यह सुविधा कहीं भी उपलब्ध नही थी । हॉस्पिटल के वरिष्ठ हेमेटोलॉजिस्ट, हीमैटोऑनकोलॉजिस्ट एवं बोनमैरो ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट डॉ. अशोक राजौरिया द्वारा ग्वालियर निवासी एमाइलोडोसिस नामक गंभीर प्लाज्मा सैल डिसऑर्डर से पीड़ित एक 52 वर्षीय महिला मरीज में यह बोनमैरो ट्रांसप्लांट किया गया ।
डॉ अशोक राजौरिया ने बताया कि महिला एक तरह के ब्लड कैंसर से पीड़ित थी जिसमें शरीर में विषाक्त प्रोटीन का निर्माण होने लगता है जिससे शरीर के सभी अंग खराब होने लगते है , इस रोग का एक मात्र उपचार बोनमैरो के स्टेम सैल ट्रांसप्लांट है । गहन जांचों उपरांत मरीज का बोनमैरो ट्रांसप्लांट सफलता पूर्वक किया गया और अब मरीज बेहतर है ।
डॉ. राजौरिया ने रक्त संबंधी रोगों के उपचार में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है और वर्तमान में आरजेएन अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल्स ग्वालियर में अपनी नियमित सेवाएं प्रदान कर रहे हैं । आरजेएन अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के संचालक डॉ पुरेंद्र
भसीन एवं डॉ प्रियंवदा भसीन ने बताया कि हॉस्पिटल की हीमैटोलॉजी एवं बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार स्थापित किया गया है। हॉस्पिटल में ब्लड कैंसर, बच्चों व वयस्को में अ.छ.छ, अ.ट.छ. मल्टीपल मायलोमा, ब्लड की अनुवांशिक बीमारियों थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, सीकल सैल एनीमिया इत्यादि का नवीनतम तकनीकों द्वारा उत्कृष्ट विश्वस्तरीय उपचार प्रदान किया जा रहा है ।