खरैह ग्राम पंचायत में 26 हजार घनमीटर जलभराव की क्षमता का अमृत सरोवर तालाब बनने का काम शुरू हुआ




खरैह ग्राम पंचायत में 26 हजार घनमीटर जलभराव की क्षमता का अमृत सरोवर तालाब 

जिला पंचायत के सीईओ ने किया निरीक्षण

जलभराव के साथ-साथ होगा पौधारोपण


शिवपुरी| शिवपुरी जिले की खरैह ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 वाटरशेड विकास अंतर्गत अमृत सरोवर तालाब का निर्माण शुरू हो गया है। 

खरैह ग्राम पंचायत में यहां पर 26264 घन मीटर जलभराव की क्षमता वाला तालाब बनाया जा रहा है। यहां पर 0.575 स्क्वायर किलोमीटर इसका केचमेंट एरिया रहेगा। इस तालाब के निर्माण कार्य का जिला पंचायत के सीईओ उमराव सिंह मरावी ने निरीक्षण किया। अपने निरीक्षण के दौरान सीईओ उमराव सिंह मरावी ने जल्द से जल्द इस तालाब का काम पूरा करने के निर्देश पंचायत अधिकारियों को दिए। 





तालाब निर्माण के कार्य निरीक्षण के दौरान सीईओ ने स्थानीय ग्राम पंचायत के ग्रामीण व किसानों से बात की। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस तालाब के निर्माण से उन्हें कई फायदे होंगे। भूमिगत जलस्तर बढ़ेगा, सिंचाई के लिए इसके फायदे होंगे साथ ही गर्मी के दिनों में पशुओं को पानी मिल सकेगा। इस दौरान यहां पर ग्राम पंचायत की सरपंच सहित पूर्व जिला पंचायत सदस्य योगेंद्र सिंह रघुवंशी बंटी सहित वाटरशेड परियोजना के उपयंत्री मनीष पाठक, परियोजना समन्वयक पवन शर्मा, जिला परियोजना अधिकारी अजय सिंह परिहार, आरईएस के अनुविभागीय अधिकारी एचएन पंडोरिया मौजूद रहे।


26 हजार घन मीटर रहेगी जलभराव की क्षमता-

ग्राम पंचायत खरैह में बनाए जा रहे हैं अमृत सरोवर तालाब के अंतर्गत यहां पर यह तालाब बनने से यहां 26264 घन मीटर पानी का जलभराव रहेगा। तालाब की बांध की लंबाई 530 मीटर रहेगी। इस तालाब के निर्माण से स्थानीय किसानों को इसके कई फायदे होंगे। वर्ष में करीब 10 महीने तक यहां पानी रहेगा।


ग्रामीणों ने दिया धन्यवाद-

ग्राम पंचायत खरैह में अमृत सरोवर तालाब निर्माण का काम शुरू होने से यहां पर ग्रामीणों ने इसके लिए पंचायत विभाग के अधिकारियों को धन्यवाद दिया। सीईओ ने स्थानीय किसानों व ग्रामीणों से संबंध में बातचीत भी की। अपने भ्रमण के दौरान सीईओ ने इस पंचायत के अंबेडकर पार्क में पौधारोपण किया। पंचायत की महिलाओं के लिए नई लाडली बहना योजना के बारे में जानकारी दी। साथ ही यहां के एक प्रगतिशील किसान से टमाटर व शिमला मिर्च के उत्पादन को उनके अनुभव जाने।

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