शिवपुरी जिले के फतेहपुर क्षेत्र में पत्रकारिता की जिम्मेदारी निभाते हुए नईदुनिया के पत्रकार देवेंद्र समाधिया पर हमला करने वाले मुरम माफिया गजराज रावत को पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कैसे हुआ यह घटनाक्रम?
शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे देवेंद्र समाधिया अवैध उत्खनन की कवरेज के लिए फतेहपुर पहुंचे थे। यहां मुरम माफिया गजराज रावत और उसके साथी ने उन पर हमला कर दिया। पत्रकार को बंधक बनाने की कोशिश की गई, उनकी गाड़ी की चाबी और स्वेटर छीन ली गई, और जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले।
तेज कार्रवाई: पुलिस की मुस्तैदी दिखी
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस ने 3 घंटे के भीतर गजराज रावत को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को शिवपुरी एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस का बयान
कोतवाली थाना प्रभारी कृपाल सिंह ने बताया, “पत्रकार देवेंद्र समाधिया द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया गया। माफिया को कानून का पाठ पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”
पृष्ठभूमि: अवैध उत्खनन का मामला
फतेहपुर क्षेत्र में प्रशासन ने पहले ही अवैध उत्खनन बंद करवाने और मामला दर्ज कराने की कार्रवाई की थी। बावजूद इसके, माफिया के हौंसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने दोबारा अवैध गतिविधियां शुरू कर दीं। जब देवेंद्र समाधिया ने सच्चाई उजागर करने का प्रयास किया, तो उन पर हमला किया गया।
समाज में गूंजा मामला
इस घटना ने पत्रकारों की सुरक्षा और अवैध उत्खनन पर प्रशासन की कार्रवाई को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ दी है। देवेंद्र समाधिया जैसे पत्रकारों का साहस और पुलिस की तत्परता ने यह साबित कर दिया कि सच की ताकत के आगे कोई भी माफिया टिक नहीं सकता।
संदेश
यह घटना पत्रकारिता के मूल्यों और कानून के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता का एक मजबूत उदाहरण है। अवैध गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाने वालों को यह भरोसा देता है कि अन्याय के खिलाफ कानून उनके साथ खड़ा है।