शिवपुरी।
वरिष्ठ साहित्यकार इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना 'अवधेश' को विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में प्रांति इंडिया साहित्य सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान वाराणसी, उत्तर प्रदेश के पराड़कर स्मृति भवन में 10 जनवरी 2025 को प्रदान किया जाएगा।
प्रांति इंडिया पत्रिका द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर के 115 चयनित साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा। शिवपुरी, मध्य प्रदेश के इंजी. अवधेश ने साहित्य के क्षेत्र में अपनी गहन साधना और समर्पण से राष्ट्रीय पहचान बनाई है।
अवधेश का साहित्यिक योगदान
अवधेश कुमार सक्सेना ने साहित्य की विविध विधाओं में लेखन किया है। उनकी 16 प्रकाशित पुस्तकें अमेज़न पर भी उपलब्ध हैं। कहानी, उपन्यास, आलेख, संस्मरण, गीत, ग़ज़ल, हाइकु, और सोनेट जैसी विधाओं में उन्होंने उत्कृष्ट रचनाएँ की हैं। इसके अलावा, उन्होंने काव्यशास्त्र के छंदों के साथ अपनी नई विधा प्रियामृतावधेश का भी सृजन किया है।
सम्मान और उपलब्धियाँ
अवधेश को पहले भी कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों और सम्मानों से नवाज़ा जा चुका है, जिनमें दिल्ली में मल्टी डाइमेंशनल पर्सनलिटी अवॉर्ड, नेपाल में विश्व प्रतिभा सम्मान, मथुरा में अंतरराष्ट्रीय लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, और हिंदी भवन दिल्ली का ग्लोबल विश्व रिकॉर्ड सम्मान प्रमुख हैं।
उनकी साहित्यिक प्रस्तुतियाँ इंडिया टुडे के साहित्य आज तक, साधना टीवी के सतमोला कवियों की चौपाल, और रॉयल पोएट्री वर्ल्ड जैसे कार्यक्रमों में भी खूब सराही गई हैं।
माता सरस्वती की कृपा
अवधेश अपनी साहित्यिक प्रेरणा का श्रेय माता सरस्वती को देते हैं, जो उन्हें प्रतिदिन सुबह 4 बजे उठकर साहित्य सृजन के लिए प्रेरित करती हैं।
प्रांति इंडिया द्वारा सम्मानित किए जाने पर उन्होंने आयोजकों और सभी शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया है।
यह सम्मान शिवपुरी ही नहीं, पूरे हिंदी साहित्य जगत के लिए गर्व की बात है।